Ae Dil Mujhe Aisi Jagah Le Chal Talat Mahmood (0 votos)
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई ना हो
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई ना हो
अपना-पराया, मेहराबां-नामेहराबां कोई ना हो
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल जहाँ कोई ना हो
जा कर कहीं खो जाऊँ मैं,
नींद आये और सो जाऊँ मैं
नींद आये और सो जाऊँ मैं
दुनिया मुझे ढूंढें, मगर मेरा निशां कोई ना हो
दुनिया मुझे ढूंढें, मगर मेरा निशां कोई ना हो
उल्फ़त का बदला मिल गया,
वो ग़म लूटा वो दिल गया
वो ग़म लूटा वो दिल गया
उल्फ़त का बदला मिल गया,
वो ग़म लूटा वो दिल गया
वो ग़म लूटा वो दिल गया
वो ग़म लूटा वो दिल गया
चलना है सब से दूर दूर, अब कारवा कोई ना हो
अपना-पराया, मेहराबां-नामेहराबां कोई ना हो
ऐ दिल मुझे ऐसी जगह ले चल
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